

समाज में सेवा भाव और प्रेरणा का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए, दिवंगत वैज्ञानिक डॉ अभिषेक स्वर्णकार की स्मृति में उनके परिवार द्वारा आज विभिन्न अस्पतालों में व्हीलचेयर दान किए गए। इस पुनीत कार्य के माध्यम से न केवल अभिषेक स्वर्णकार की यादों को जीवंत किया गया, बल्कि जरूरतमंद मरीजों के लिए सुविधाएं भी बढ़ाई गईं।
डॉ अभिषेक स्वर्णकार, जो अपने उत्कृष्ट वैज्ञानिक योगदान और समाजसेवा की भावना के लिए जाने जाते थे, का असमय निधन परिवार एवं समुदाय के लिए एक अपूरणीय क्षति रही। उनके आदर्शों और मूल्यों को आगे बढ़ाते हुए, उनके परिवार ने यह पहल की, जिससे जरूरतमंदों तक मदद पहुँचाई जा सके। आज आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में धनबाद के कई अस्पतालों में व्हीलचेयर वितरित किए गए। कार्यक्रम के दौरान अस्पताल प्रशासन और मरीजों ने इस सहयोग के लिए गहरी सराहना व्यक्त की। परिवार के सदस्यों ने कहा कि अभिषेक स्वर्णकार हमेशा मानवता की सेवा के पक्षधर थे और उनका मानना था कि चिकित्सा सुविधाओं तक सबकी समान पहुँच होनी चाहिए। डॉ स्वर्णकार के पिता बसुकी नाथ सोनार ने इस अवसर पर कहा, “अभिषेक हमारा गर्व था। आज उसका सपना था कि समाज के जरूरतमंदों की मदद हो, वह हम सब मिलकर पूरा कर रहे हैं। यह कार्य उसके सपनों को साकार करने का एक छोटा सा प्रयास है। हम चाहते हैं कि उसकी स्मृति समाज की सेवा के माध्यम से जीवित रहे।” डॉ स्वर्णकार के भाई स्वयं स्वर्ण ने भी भावुक होकर कहा, “अभिषेक भैया ने अपने जीवन में हमेशा दूसरों की मदद करने पर विश्वास किया। हम चाहते हैं कि उनके आदर्श और सेवा भावना हमेशा जीवित रहें।” अस्पतालों के चिकित्सकों ने भी इस प्रयास को सराहा और कहा कि इस तरह के सहयोग से मरीजों की देखभाल और उपचार में महत्वपूर्ण सहायता मिलती है। उन्होंने इसे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाला कदम बताया। यह सेवा कार्य न केवल दिवंगत अभिषेक स्वर्णकार की प्रेरणा को सम्मान देता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उदाहरण भी स्थापित करता है कि विज्ञान, सेवा और मानवता कैसे एक साथ जुड़ सकते हैं। डॉ स्वर्णकार के परिवार का यह योगदान समाज में सहानुभूति, सेवा और मानवता के मूल्यों को मजबूती प्रदान करता रहेगा।