
धनबाद : महुदा थाना क्षेत्र के सिंघड़ा बस्ती में बुधवार की रात एक अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ। झारखंड एटीएस और पश्चिम बंगाल पुलिस की संयुक्त टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी कर इस गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। इस कार्रवाई में भारी मात्रा में पूर्ण निर्मित एवं अर्धनिर्मित हथियार बरामद किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, करीब 3000 हथियार जब्त किए गए हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि फिलहाल बाकी है।
सिजुआ स्थित बाघमारा पुलिस अनुमंडल कार्यालय में गुरुवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में बाघमारा एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने बताया कि इस अवैध हथियार निर्माण केंद्र का मास्टरमाइंड मुर्शीद अंसारी समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह फैक्ट्री सिंघड़ा बस्ती में गुपचुप तरीके से संचालित हो रही थी।
पूछताछ के दौरान पांचों व्यक्तियों के द्वारा बताया गया कि ये लोग अवैध रूप से देशी पिस्तौल बनाकर अलग-अलग अपराधकर्मियों एवं गिरोहों को उपलब्ध कराते थे। एसडीपीओ ने कहा कि मिनी गन फैक्ट्री से बरामद सभी समानों को जप्त कर पांचों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि आरोपितों के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर अदालत में प्रस्तुत किया गया, जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पश्चिम बंगाल में एक अपराधी की गिरफ्तारी के बाद इस फैक्ट्री का सुराग मिला था। उसी अपराधी के निशानदेही पर बंगाल पुलिस और झारखंड एटीएस ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह, एटीएस के अधिकारी,पु.अ.नि. मंगल हेंब्रम एवं समीर भगत सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे।
बरामद सामानों में लेथ मशीन, ड्रिल मशीन, ग्रुप कटर, गेज, हेक्सा ब्लेड, लोहे और तांबे की चादरें भी शामिल हैं, जो अवैध हथियार निर्माण में इस्तेमाल किए जा रहे थे।
गिरफ्तार किये गये व्यक्तियों में से एक मुर्शीद अंसारी, ग्राम-सिंगडा बस्ती के रहने वाले हैं, जबकि चार अन्य मोहम्मद सब्बीर अंसारी, मोहम्मद मुस्तफा उर्फ मुस्सु, मोहम्मदं परवेज उर्फ रिंकु, मोहम्मद मिस्टर, समी थाना-मुपफसिल, जिला-मुंगेर (बिहार) के निवासी है।
पुलिस अब पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गई है और इस मामले में और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही है।